5 Advantages Of Neem Ke Fayde And How You Can Make Full Use Of It.
Neem ke Fayde, नीम का पेड़ हमारे मनुष्य जीवन कै लिए ईश्वर का प्रकृति रूप
में एक अदभूत वरदान है, जैसे नीम हरा भरा होता है, वैसे ही
नीम हमारे स्वास्थ्य को हरा भरा करने में मददगार है। नीम में इतने गुण हैं कि ये
कई तरह के रोगों के इलाज में काम आता है।
neem ke fayde in hindi |
प्रस्तुत है 5 Advantages
Of Neem Ke Fayde जो हम कैसे उपयोग करके
हमारी सेहत को स्वस्थ रखे।
नीम कै पत्ती से नीम का अर्क
बनाया जाता है। नीम का अर्क बनाने के लिए आप ताजी नीम की पत्ती ले लीजिए एक बर्तन में और उतना ही
पानी मिलाकर ढक कर उबाल लीजिए ठंडा होने पर छान लीजिए नीम का अर्क तैयार इस तरहा
से आप नीम के बीज़ यानि नीमकोली का भी अर्क बना सकते है।
नीम का अर्क कीटनाशक में भी
इस्त्माल किया जाता है। जैसे घर में किचन गार्डन में भी उसके अलावा मधुमेह यानी डायबिटिज,
बैक्टिरिया और वायरस से लड़ने
के गुण पाए जाते हैं। नीम के तने, जड़, छाल और कच्चे फलों में शक्ति-वर्धक और मियादी रोगों से लड़ने
का गुण भी पाया जाता है।
इसकी छाल खासतौर पर मलेरिया और त्वचा संबंधी रोगों में
बहुत उपयोगी होती है।
आप को यह जानकार हेरनी होंगी
की नीम के पत्ते को भारत से बाहर 34 देशों मे export किया जाता हैं।
नीम के पत्तों में मौजूद लड़ने
वाले गुण बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण होते है जो मुंहासे,
छाले,
खाज-खुजली,
एक्जिमा वगैरह को दूर करने
में मदद करते हैं। इसका अर्क मधुमेह, कैंसर, हृदयरोग, हर्पीस, एलर्जी, अल्सर, हिपेटाइटिस जैसे रोग में मदद करता है।
हमारे भारत में नीम के बारे
में प्राचीन ग्रंथों में नीमके फल, बीज, तेल, पत्तों, जड़ और छिलके में हर बीमारि से लड़ने की शक्ति रखता है, और कई काफी सारे
फायदे बताए गए हैं।
प्राकृतिक चिकित्सा की भारतीय प्रणाली ‘आयुर्वेद’ के आधार-स्तंभ माने जाने वाले दो प्राचीन ग्रंथों ‘चरक संहिता’ और ‘सुश्रुत संहिता’ में इसके लाभकारी गुणों की चर्चा की गई है।
About Neem tree in hindi |
“हमारी इस प्यारी सी ममता भरी धरती
की सारी वनस्पतियों में से नीम ही एक ऐसी वनस्पति है,
सूर्य की तरह ऊर्जावान है।”
ये हमारी प्यारी पृथ्वी पर सभी
जीवो का जीवन हमारे आदित्य यानि सूर्य भगवान की शक्ति से ही चलता है, सूर्य भगवान
की ऊर्जा से जन्मे तमाम जीवमात्र में नीम ने ही उस ऊर्जा को सबसे ज्यादा ग्रहण
किया है।
इसी कारण से नीम को रोग-निवारक समझा जाता है, कोई भी बीमारी क्यू न हो हर बीमारी के लिए नीम रामबाण दवा
है।
केवल नीम के एक पत्ते में 151 से ज्यादा
रासयानिक रूप या समाया हैं। हमारे भारत की धरती पर मिलने वाले पत्तों में सबसे
जटिल नीम का पत्ता ही है। नीम की केमिस्ट्री सूर्य से जुड़ी है।
How to use neem in hindi |
यकीन मानिये अमेरिका जैसे
देशो मे भी आजकल नीम को चमत्कारी वृक्ष कहा जाता है। हमारा दुर्भाग्य है की भारत
में अभी भी लोग इसकी ओर ध्यान नहीं दिया है।
अब जब नीम के फायदे पहचाने तब वे नीम
उगाने की कोशिश कर रहे हैं, अगर आपको कोई
भी प्रकार की मानसिक बिमारी है, तो हमारे भारत देश में उसको दूर करने के लिए नीम के पत्तों
से झाड़ा जाता है।
अगर आपको दांत का दर्द है, तो नीम का दातून करिये। कोई छूत की बीमारी है,
तो नीम के पत्तों पर लिटाया
जाता है, क्योंकि
नीम आपके अंदर की नेगेटिव ऊर्जा को साफ कर
के उसको ऊर्जा से भर देता है।
Benefits of neem in hindi |
हर एक
बैक्टीरिया से लड़ता है नीम
हमारी दुनिया बैक्टीरिया से
भरी है। हमारा शरीर भी बैक्टीरिया से भरा हुआ है। एक सामान्य आकार के हमारे शरीर
में लगभग दस खरब कोशिकाएँ होती हैं और सौ खरब से भी ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं।
आप एक हैं, तो वे दस हैं। हमारे भीतर इतने सारे जीव हैं कि हम कल्पना
भी नहीं कर सकते। एक चोकाने वाली बात है दोस्तो इनमें से ज्यादातर बैक्टीरिया
हमारे मानवशरीर के लिए फायदेमंद भी होते हैं।
इनके बिना हमारा मानव शरीर एक मिनिट भी
जिंदा नहीं रह पाता, लेकिन कुछ बैक्टीरिया ऐसे नालायक भी होते हैं,
जो हमारे लिए बहुत बड़ी मुसीबत
खड़ी कर सकते हैं।
Neem ke fayde for skin in hindi |
आपके शरीर के भीतरी हिस्सो में
जरूरत से ज्यादा बैक्टीरिया नहीं होने चाहिए। अगर हानिकारक बैक्टीरिया ज्यादा हो
गई तो आप बुझे-बुझे से रहेंगे, क्योंकि आपकी बहुत-सी ऊर्जा उनसे निपटने में नष्ट हो जाएगी।
नीम का तरह-तरह से इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया के साथ निपटने में आपके शरीर की
ऊर्जा खर्च नहीं होती।
नीम के पत्ते वाला पानी
आप नहाने से पहले अपने बदन पर
नीम का लेप लगा कर कुछ वक्त तक सूखने दें, फिर उसको पानी से धो डालें। सिर्फ इतने से ही आपका बदन
अच्छी तरह से साफ हो सकता है आपके बदन पर के सारे बैक्टीरिया नष्ट हो जाएंगे।
Neem ke ark ka fayda |
एलर्जी के लिए नीम के पत्ते
नीम के पत्तों को पीस कर
पेस्ट बना लें, उसकी छोटी-सी गोली बना कर सुबह-सुबह खाली पेट शहद में डुबा
कर निगल लें। उसके एक घंटे बाद तक कुछ भी न खाएं, जिससे नीम ठीक तरह से आपके सिस्टम से गुजर सके।
यह हर
प्रकार की एलर्जी – त्वचा की, किसी भोजन से होनेवाली, या किसी और तरह की – में फायदा करता है। आप सारी जिंदगी यह ले सकते हैं,
इससे कोई नुकसान नहीं होगा।
नीम के छोटे-छोटे कोमल पत्ते थोड़े कम कड़वे होते हैं,
वैसे किसी भी तरह के ताजा,
हरे पत्तों का इस्तेमाल किया
जा सकता है।
बीमारियों के लिए नीम
Neem water Benefits |
किसी वजह से अगर आपके शरीर में कुछ
खास हालात बन जाते हैं, तो ये कोशिकाएं एकजुट हो जाती हैं। छोटे-मोटे जुर्म की
तुलना में संगठित अपराध गंभीर समस्या है, है कि नहीं? हर कस्बे-शहर में हर कहीं छोटे-मोटे मुजरिम होते ही हैं।
नीम के बहुत-से अविश्वसनीय
लाभ हैं, उनमें
से सबसे खास है, यह कैंसर-कोशिकाओं को भी नष्ट कर देता है।
यहां-वहां वे जेब काटने जैसे
छोटे-मोटे जुर्म करते हैं, यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। लेकिन किसी शहर में अगर ऐसे
पचास जेबकतरे एकजुट हो कर जुर्म करने लगें, तो अचानक उस शहर का पूरा माहौल ही बदल जाएगा।
फिर हालत ये
हो जाएगी कि आपका बाहर सड़क पर निकलना खतरे से खाली नहीं होगा। शरीर में बस ऐसा ही
हो रहा है। कैंसर वाली कोशिकाएं शरीर में इधर-उधर घूम रही हैं।
अगर वे अकेले ही
मस्ती में घूम रही हैं, तो कोई दिक्कत नहीं। पर वे सब एक जगह इकट्ठा हो कर उधम
मचाने लगें, तो समस्या खड़ी हो जाएगी। हमें बस इनको तोड़ना होगा और इससे
पहले कि वे एकजुट हो सकें, यहां-वहां इनमें से कुछ को मारना होगा।
अगर आप हर दिन नीम
का सेवन करें तो ऐसा हो सकता है; इससे कैंसर वाली कोशिकाओं की तादाद एक सीमा के अंदर रहती है,
ताकि वे हमारी प्रणाली पर
हल्ला बोलने के लिए एकजुट न हो सकें। इसलिए नीम का सेवन बहुत लाभदायक है।
नीम में ऐसी भी क्षमता है कि
अगर आपकी रक्त धमनियों(आर्टरी) में कहीं कुछ जमना शुरु हो गया हो तो ये उसको साफ
कर सकती है।
मधुमेह के रोगियों के लिए भी हर दिन नीम की एक छोटी-सी गोली
खाना बहुत फायदेमंद होता है। यह उनके अंदर इंसुलिन पैदा होने की क्रिया में तेजी
लाता है।
देखा दोस्तो नीम का हमारे जीवन
अमूल्य महत्व है। अपने जीवन में नीम को अपनाये और स्वस्थ रहिये आइए एक कदम प्रकृति
की ओर.......
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