Jeera ka Analysis
भारत के हर रसोई घर मे jeera के उपयोग आदिकाल से किया जाता है। दाल
या सब्जी, jeere के तड़का लगाकर भारतीय
लोग खाने के स्वाद को चारचांद लगाके खाने के स्वाद का जायका बढ़ाते है।
Jeera सुगंधित
मसाले को पुरातन काल से औषधीय गुण पाया जाता है। इसमे आयरन अधिक मात्रा मे होता है
जिस से पाचन क्रिया मजबूत बनती है। प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ाता है। क्योकि
जीरे मे एंटी कार्सिनोजेनिक गुण होते है।
jeera |
संस्कृत भाषा मे जीरक का अर्थ
होता है। जो पाचनक्रिया मे मदद करे जीरा का मुख्य काम पाचनक्रिया को मजबूत बनाने
का है। इस लिए jeera नाम दिया
गया अँग्रेजी मे क्यूमिन
आइए जानते है step by step Jeera
ka Analysis
(1)
Jeera ke
poshak tatva
(2)
Jeera ke fayde or Nuksan
(3)
Jeera
garam ya Thanda
(4)
Jeera
ka Aayuved upchar
Jeera ke poshak tatva
Jeere मे
जो पोषकतत्व पाये जाते है। वो पेट के लिए बहुत ही आरामदायक और फायदेमंद है। जीरा
ऐसिडिटी और पेट मे काफी मददगार है। पेट दर्द के लिए जो आयुवैदिक द्वा बनती है उसमे
jeere का उपयोग काफी किया जाता है।
Jeere मे क्यूमिनेल्डीहाइड नामका सुगंधी तत्व होता है जिसकी खुश्बु से हे पेट मे
ऐसिडिक ऐजाफ्म्स मतलब पाचक रसो के स्त्राव मे वृद्धि होती है।
Jeere मे काफी सारे पोषक तत्व होते है। जेसे की मिनरल्स,
फाइबर विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, और
प्रोटीन इसके अलावा मैगनीज और मैगनीज आयरन भी भरपूर मात्रा मे होता है।
Jeera मे
केल्शियम, कॉपर,पोटेशियम,फास्फोरस, और जिंग भी होता है। थोड़ी मात्रा मे
विटामिन C, K, B1, B2, B3 होता है। उसके अलावा मेलोटोनिन
केरोटीन और ल्यूटेन जैसे तत्व भी पाये जाते है।
jeera ka podha |
Jeera
ke fayde or nuksan
(1)
आजकल के इस
आधुनिक समय मे भागदोड की ज़िंदगी मे हम हमारी
जीवनशैली और खानपान बहुत ही अस्तवयस्त
होने के कारण पेट की बीमारी
होना आम बात बन गई है। जिसमे बदहजमी, गैस, अपच, कब्ज, और पेटदर्द
ऐसे मे आपको jeera का इस्तमाल अपने खानपान मे करना काफी फायदेमंद
है। जिसमे आप jeere का पानी भी
ले सकते है
(2)
हम सब लोग जानते है की आयरन हमारे शरीर के लिए
काफी जरूरी है।
आयरन की
कमी से एनिमिया मतलब खून की कमी कमजोरी आ सकती है।
Jeere मे आयरन की मात्रा अधिक होती है जिससे
आयरन की कमी तो दूर तो होती ही है साथ मे रक्त मे हीमोग्लोबिन की मात्रा मे भी
बढ़ोतरी होती है।
(3)
रोग प्रतिरोधक बढ़ाने के लिये हम भोजन मे jeera खाना ही चाहिए क्योकि इस मे immunomoduiatory
होता है। जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
(4)
Jeera पाउडर पानी के साथ पीने से मोटापा कम
किया जा सकता है। और वजन भी काफी कम कर सकते है। डॉक्टर की सलाह मुजब लेना चाहिए
(5)
जैसे जैसे हमारी उमर बढ़ती है वैसे ही हड़ियों और
जोड़ो के दर्द की शरूआत हो जाती है। आगे जाके यही गठिया हो जाता है ऐसे मे आप कुछ
मसालो को सही मात्रा मे और सही समय मे लेते हो तो आनेवाले गठिया के खतरो से आप बच
सकते है
Jeere मे एंटीड्फ़्लेमेटरी गुण होते है जो
सूजन से बचाता है और गठिये को रोकता है।
Jeere se Nuksan
(1)
जीरा सै ब्लडशुगर लेवल कम होता है ऐसे मे
डायबिटीज़ के मरीजो को समान मात्रा मे उपयोग करना चाहिए
(2)
पीरियड्स मे फायदा हो सकता है। लेकिन ज्यादा
सेवन से रक्तस्त्राव ज्यादा हो सकता है।
(3)
ज्यादा जीरा की मात्रा होने पर लीवर और किडनी की
समस्या हो सक्ति हे।
Jeere का नुकसान जानकर आप घबराये नही कोई भी
चीज़ को ज्यादा लेना हानिकारक ही होती है जैसे की खाने मे नमक बढ़ जाए तो सबसे पहले
जबान को ही टेस्ट अच्छा नही लगता सही मात्रा और सही समय पे jeera फायदा ही करता है।
khusbudar jeera |
Jeera garam ya thanda
Jeera गरम होता है जीरे की तासीर भी गर्म
होती है। jeera एक घरेलू औषधि है ये काफी सारी छोटी छोटी
बीमारिया को ठीक करने लिए उपयोग किया जाता है। जैसे की सर्दी जुकाम मे भुने हुए
जीरे की पोटली बना के सूंघा जाता है। जिससे काफी सारी राहत मिलती है।
Jeera ka upchar Aayuved
(1) Jeera 10 ग्राम एक ग्लास पानी मे उबालकर काढ़ा
बना लीजिए और ठंडा होने पर आधा कप दिन मे 2 या 3 लेने से अपच बदहजमी दूर होती है
(2) गरमी कै मौसम मे jeera आपके लिए बहुत ही फायदा करता है। छाछ
या दहि के साथ ले सकते है।
(3) भुना हुआ jeera ऑर सेंधा नमक समान मात्रा पीस लीजिए
इसको एक चमच एक कटोरी दहि मे मिक्स करके लेने से पेट मे आने वाली चूक मे आराम
मिलता है। जिसे मरोड़ भी कहते है।
(4) मसूड़ो मे अगर सूजन
और दर्द है तो jeera और नमक
समान मात्रा मे बारीक पाउडर जैसा पीस लीजिए इस पाउडर को मसूड़ो पे हलके हाथ से लगाए
दर्द भी दूर हो जाएंगा सूजन मे भी काफी राहत होंगी
(5) एक चमच जीरा, एक चमच चाय पती और एक सककर के साथ दो कप
पानी लेके चाय की तरहा बिना दूध के चाय पीने से ताजगी मिलती है। weight
loss करने मे भी मदद मिलती है। मैटाबोलिज़्म को संतुलित करता है jeera
चाय अपच ऐसिडिटी सूजन क़ब्ज मे काफी फायदामंद है।
(6) Jeere को भूनकर खाने से मुह की दुर्गंध दूर
होती है
(7) मकड़ी के काटने पर
सौंठ और jeere समान
मात्रा मे लेकर पेस्ट बनाकर लगाने से राहत मिलती है। पैशाब अगर रुक कर हो रही हो
तो दिन मे 3 से 4 बार jeera ऑर मिश्री समान मात्रा मे एक चमच
लेने से तुरंत राहत मिलती है।
Friends ये था jeera का analysis report
आशा करता हु ये जानकारी आपको फायदेमंद होंगी और
दिलचस्प अच्छी लगे तो
share जरूर करिएगा इसी आशा के साथ next टोपिक tomato
recipe के साथ
मिलता हु।
जय हिन्द
1 टिप्पणियाँ
Very nice information
जवाब देंहटाएंLove it